माँ पूर्ण स्वस्थ होकर हंसी ख़ुशी से घर को लौट आई।। माँ पूर्ण स्वस्थ होकर हंसी ख़ुशी से घर को लौट आई।।
मगर इतना सब जो तुमने एक्स्ट्रा में लिखा है ये पूरा 2-3 महीने का राशन है मगर इतना सब जो तुमने एक्स्ट्रा में लिखा है ये पूरा 2-3 महीने का राशन है
मगर आधुनिकता की होड़ में हम बहुत कुछ भूल गए हैं और जमाने को दोष देने लगे..... मगर आधुनिकता की होड़ में हम बहुत कुछ भूल गए हैं और जमाने को दोष देने लगे.....
लेखक: यूरी कवाल अनुवाद : आ. चारुमति रामदास लेखक: यूरी कवाल अनुवाद : आ. चारुमति रामदास
अब मुझे मेरा बेटा वापिस मिल चुका था। अब मुझे मेरा बेटा वापिस मिल चुका था।
डॉक्टर के दिल के फैसले ने उसकी झूठी ही सही, एक उम्मीद डोर को तोड़ दिया था। डॉक्टर के दिल के फैसले ने उसकी झूठी ही सही, एक उम्मीद डोर को तोड़ दिया था।